CSAT Quiz-2 March 11, 2024 by iaspcsprep CSAT Quiz-2 1 / 10 1. Let A, B and C represent distinct non- zero digits. Suppose x is the sum of all possible 3-digit numbers formed by A, B and C without repetition.Consider the following statements:(मान लीजिए A, B और C शून्येतर हैं और भिन्न अंकों को निरूपित करते हैं। मान लीजिए A, B और C से, बिना किसी अंक को दुबारा प्रयोग किए, बनी 3 अंक की सभी संभव संख्याओं का योग x है।निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:)The 4-digit least value of x is 1332. (x का 4-अंकीय लघुतम मान 1332 है।)The 3-digit greatest value of x is 888. (x का 3-अंकीय महत्तम मान 888 है।)Which of the above statements is/are correct? (उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?) 1 only (केवल 1) 2 only (केवल 2) Both 1 and 2 (1 और 2 दोनों) Neither 1 nor 2 (न तो 1 और न ही 2) Correct Answer is: 1 only (केवल 1)[pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-10.pdf" title="Answer 10"] 2 / 10 2. Passage (परिच्छेद)India faces a challenging immediate future in energy and climate policy-making. The problems are multiple sputtering fossil fuel production capabilities; limited access to electricity and modern cooking fuel for the poorest; rising fuel imports in an unstable global energy context; continued electricity pricing and governance challenges leading to its costly deficits or surplus supply; and not least, growing environmental contestation around land, water and air. But all is not bleak: growing energy efficiency programmes; integrated urbanisation and transport policy discussions; inroads to enhancing energy access and security; and bold renewable energy initiatives, even if not fully the promise ofconceptualised, suggest transformation.(ऊर्जा और जलवायु संबंधी नीति-निर्माण के क्षेत्र में भारत चुनौतीपूर्ण आसन्न भविष्य का सामना कर रहा है । समस्याएँ कई हैं: जीवाश्मी ईंधन की उत्पादन क्षमताओं में अस्थिरता; सबसे ग़रीब लोगों के लिए बिजली और खाना पकाने के आधुनिक ईंधन की सीमित पहुँच; अस्थिर वैश्विक ऊर्जा के संदर्भ में ईंधन के आयात में वृद्धि; बिजली के निरंतर मूल्य निर्धारण और शासन की चुनौतियों के फलस्वरूप बिजली की अत्यधिक कमी अथवा अतिरिक्त आपूर्ति; केवल यही नहीं, भूमि, जल तथा वायु पर बढ़ता हुआ पर्यावरणीय विवाद । किंतु यह सब इतना निराशाजनक भी नहीं है: बढ़ते हुए ऊर्जा दक्षता कार्यक्रम; एकीकृत शहरीकरण और परिवहन नीति पर चर्चा; ऊर्जा तक पहुँच और ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास; और नवीकरणीय ऊर्जा हेतु साहसिक पहल, भले ही इनकी पूरी संकल्पना तैयार नहीं है, तथापि ये परिवर्तन की आशा की ओर संकेत करते हैं।)Which one of the following statements best reflects the critical message conveyed by the passage given above? (निम्नलिखित में से कौन-सा कथन उपर्युक्त परिच्छेद का सर्वाधिक निर्णायक संदेश प्रस्तुत करता है?) India's energy decision-making process is ever more complex and interconnected. (भारत के ऊर्जा निर्णयन की प्रक्रिया सदैव जटिल और अंतः संबंधित है।) India's energy and climate policy is heavily tuned to sustainable development goals. (भारत की ऊर्जा और जलवायु नीति संधारणीय विकास के लक्ष्यों के लिए अत्यधिक सुसंगत है।) India's energy and climate actions are not compatible with its broader social, economic and environmental goals. (भारत की ऊर्जा और जलवायु संबंधी कार्रवाई, इसके व्यापक सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय लक्ष्यों के लिए अनुकूल नहीं हैं।) India's energy decision-making process is straightforward supply-oriented and ignores the demand side. (भारत के ऊर्जा निर्णयन की प्रक्रिया सीधे तौर पर आपूर्ति-उन्मुख है और माँग पक्ष की उपेक्षा करती है।) Correct Answer is: "India's energy decision-making process is ever more complex and interconnected. (भारत के ऊर्जा निर्णयन की प्रक्रिया सदैव जटिल और अंतः संबंधित है।)"Explanation: The passage describes the challenges that India faces in energy and climate policy-making. These challenges include sputtering fossil fuel production capability; limited access to electricity and modern cooking fuel for the poorest; rising fuel imports in an unstable global energy context; continued electricity pricing and governance challenges leading to its costly deficits or surplus supply etc. make India’s energy decision-making process more complex and interconnected. 3 / 10 3. In the sum (योग)⊗+1⊗+5⊗+⊗⊗+⊗1= 1⊗⊗for which digit does the symbol stand? (में प्रतीक & किस अंक को दर्शाता है?) 2 3 4 5 Correct Answer is: 3[pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-8.pdf" title="Answer 8"] 4 / 10 4. Passage (परिच्छेद)Education plays a great transformatory role in life, particularly so in this rapidly changing and globalizing world. Universities are the custodians of the intellectual capital and promoters of culture and specialized knowledge. Culture is an activity of thought, and receptiveness to beauty and human feelings. A merely well informed man is only a bore on God's earth. What we should aim at is producing men who possess both culture and expert knowledge. Their expert knowledge will give them a firm ground to start from and their culture will lead them as deep as philosophy and as high as art. Together it will impart meaning to human existence.(शिक्षा जीवन में महान बदलाव लाने की भूमिका निभाती है, खास कर इस तेजी से बदलते और वैश्वीकरण की तेज गति वाले विश्व में। विश्वविद्यालय बौद्धिक पूँजी के अभिरक्षक और संस्कृति तथा विशेषज्ञतापूर्ण ज्ञान के प्रवर्तक हैं। संस्कृति, चिंतन की क्रियाशीलता, और सौंदर्य तथा मानवीय भावनाओं की ग्रहणशीलता होती है। केवल बहुत सी जानकारियों से युक्त व्यक्ति ईश्वर की धरती पर सिर्फ़ एक उबाऊ इंसान भर है। हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि ऐसे व्यक्ति तैयार किए जाएँ जिनके पास संस्कृति और विशेषज्ञतापूर्ण ज्ञान, दोनों हों। उनका विशेषज्ञतापूर्ण ज्ञान उन्हें आगे बढ़ने के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान करेगा और उनकी संस्कृति उन्हें दर्शन की गहराइयों और कला की ऊँचाइयों तक ले जाएगी। साथ मिल कर यह मानवीय अस्तित्व को अर्थ प्रदान करेगा।)On the basis of the above passage, the following assumptions have been made: (उपर्युक्त परिच्छेद के आधार पर निम्नलिखित पूर्वधारणाएँ बनाई गई हैं:)A society without well educated people cannot be transformed into a modern society. (सुशिक्षित व्यक्तियों से रहित समाज आधुनिक समाज में रूपांतरित नहीं हो सकता।)Without acquiring culture, a person's education is not complete. (संस्कृति अर्जित किए बिना, किसी भी व्यक्ति की शिक्षा पूर्ण नहीं होती।)Which of the above assumptions is/are valid? (उपर्युक्त में से कौन-सी पूर्वधारणा / पूर्वधारणाएँ वैध है/हैं?) 1 only (केवल 1) 2 only (केवल 2) Both 1 and 2 (1 और 2 दोनों) Neither 1 nor 2 (न तो 1, और न ही 2) Correct Answer is: 2 only (केवल 2)Explanation: Assumption 1 is wrong because no reference to the transformation of society into modern society has been made in the passage, rather the passage emphasizes on the transformative role of education in one's life.Assumption 2 is right because acquiring only formal knowledge and no cultural knowledge leads to incomplete education. 5 / 10 5. Passage (परिच्छेद)There is more than a modicum of truth in the assertion that "a working knowledge of ancient history is necessary to the intelligent interpretation of current events". But the sage who uttered these words of wisdom might well have added something on the benefits of studying particularly the famous battles of history for the lessons they contain for those of us who lead or aspire to leadership. Such a study will reveal certain qualities and attributes which enabled the winners to win - and certain deficiencies which caused the losers to lose. And the student will see that the same pattern recurs consistently, again and again, throughout the centuries.(इस अभिकथन में किंचित से कहीं अधिक सच्चाई है कि "सामयिक घटनाओं की बुद्धिमत्तापूर्ण व्याख्या के लिए प्राचीन इतिहास का कार्यसाधक ज्ञान होना आवश्यक है"। किन्तु जिस बुद्धिमान ने समझदारी के ये शब्द कहे थे, उसने विशेष रूप से इतिहास की प्रसिद्ध लड़ाइयों के अध्ययन से होने वाले फायदों पर अवश्य ही कुछ-न-कुछ कहा होगा, क्योंकि इनमें हममें से उनके लिए सबक शामिल हैं जो नेतृत्व करते हैं या नेता बनने की अभिलाषा रखते हैं। इस तरह के अध्ययन से कुछ ऐसे गुण और विशेषताएँ उद्घाटित होंगी, जिनसे विजेताओं के लिए जीत परिचालित हुई और वे कतिपय कमियाँ भी, जिनके कारण हारने वालों की हार हुई और विद्यार्थी यह देखेगा कि यही प्रतिरूप सदियों से लगातार, बार-बार पुनर्घटित होता है।)With reference to the above passage, the following assumptions have been made: (उपर्युक्त परिच्छेद के सन्दर्भ में निम्नलिखित पूर्वधारणाएँ बनाई गई हैं:)A study of the famous battles of history would help us understand the modern warfare. (इतिहास की प्रसिद्ध लड़ाइयों का अध्ययन हमें आधुनिक युद्धस्थिति को समझने में सहायता करेगा।)Studying the history is essential for anyone who aspires to be a leader. (जो भी नेतृत्व की इच्छा रखता है, उसके लिए इतिहास का अध्ययन अनिवार्य है।)Which of these assumptions is/are valid? (इनमें से कौन-सी पूर्वधारणा / पूर्वधारणाएँ वैध है/हैं?) 1 only (केवल 1) 2 only (केवल 2) Both 1 and 2 (1 और 2 दोनों) Neither 1 nor 2 (न तो 1 न ही 2) Correct Answer is: Neither 1 nor 2 (न तो 1 न ही 2)Explanation: Statement 1 is an invalid assumption because study of the famous battles of history is talked in context of learning leadership qualities and not understanding modern warfare. Statement 2 is also invalid as even though passage suggests importance of studying history it never assumes it to be essential for all leaders. 6 / 10 6. AB is a vertical trunk of a huge tree with A being the point where the base of the trunk touches the ground. Due to a cyclone, the trunk has been broken at C which is at a height of 12 meters, broken part is partially attached to the vertical portion of the trunk at C. If the end of the broken part B touches the ground at D which is at a distance of 5 meters from A, then the original height of the trunk is: (AB किसी विशाल वृक्ष का उर्ध्वाधर तना है और A वह बिंदु है जहाँ पर तने का आधार जमीन को छूता है। किसी तूफान के कारण तना उस बिंदु C पर टूट गया है जो 12 मीटर की ऊंचाई पर है। टूटा हुआ भाग आंशिक रूप से तने के ऊर्ध्वाधर हिस्से से C पर जुड़ा है। यदि टूटे हुए भाग का सिरा B, जमीन को D पर छूता है जो बिंदु A से 5 मीटर की दूरी पर है, तो तने की मूल ऊंचाई क्या है?) 20 m (20 मीटर) 25 m (25 मीटर) 30 m (30 मीटर) 35 m (35 मीटर) Correct answer is: 25 m (25 मीटर) 7 / 10 7. Two equal glasses of same type are respectively 1/3 and 1/4 full of milk. They are then filled up with water and the contents are mixed in a pot. What is the ratio of milk and water in the pot? (एक ही प्रकार के दो समरूप गिलास क्रमश: 1/3 और 1/4 दूध से भरे हैं। तब इन गिलासों को पूरा होने तक पानी से भरा गया, और गिलासों में भरे हुए द्रव (मिश्रण) को एक पात्र में मिला दिया गया । इस पात्र में दूध और पानी का अनुपात क्या है?) 7:17 1:3 9:21 11:23 Correct Answer is: 7:17 8 / 10 8. Consider that: (विचार कीजिए कि:)A is taller than B. (A, B से लंबा है।)C is taller than A. (C, A से लंबा है।)D is taller than C. (D, C से लंबा है।)E is the tallest of all. (E सबसे लंबा है।)If they are made to sit in the above order of their height, who will occupy the mid position? (अब यदि इन्हें उपर्युक्त लंबाई के अनुसार क्रम से बिठाया जाए, तो बीच की जगह पर कौन बैठेगा?) A B C D Correct Answer is: CSolution: According to Statements, Sequence according to height: E>D>C>A>B.If they are made to sit in the above order of their height, “C” will occupy the mid position. 9 / 10 9. Passage (परिच्छेद)The subject of democracy has become severely muddled because of the way the rhetoric surrounding it has been used in recent years. There is, increasingly, an oddly confused dichotomy between those who want to 'impose' democracy on countries in the non-Western world (in these countries 'own interest', of course) and those who are opposed to such 'imposition' (because of the respect for the countries own ways). But the entire language of 'imposition', used by both sides, is extraordinarily inappropriate since it makes the implicit assumption that democracy belongs exclusively to the West, taking it to be a quintessentially 'Western' idea which has originated and flourished only in the West.But the thesis and the pessimism it generates about the possibility of democratic practice in the world would be extremely hard to justify. There were several experiments in local democracy in ancient India. Indeed, in understanding the roots of democracy in the world, we have to take an interest in the history of people participation and public reasoning in different parts of the world. We have to look beyond thinking of democracy only in terms of European and American evolution. We would fail to understand the pervasive demands for participatory living, on which Aristotle spoke with far-reaching insight, if we take democracy to be a kind of a specialized cultural product of the West.It cannot, of course, be doubted that the institutional structure of the contemporary practice of democracy is largely the product of European and American experience over the last few centuries. This is extremely important to recognize since these developments in institutional formats were immensely innovative and ultimately effective. There can be little doubt that there is a major 'Western' achievement here.(हाल के वर्षों में, लोकतंत्र के विषय को लेकर उसके आस-पास जिस प्रकार से शब्दाडंबर प्रयुक्त हुए हैं, उसके फलस्वरूप यह विषय अत्यंत संभ्रमपूर्ण हो गया है। ग़ैर-पश्चिमी विश्व के देशों पर लोकतंत्र 'अधिरोपित' करने के समर्थकों (वस्तुतः इन देशों के 'स्वहित' में ही), और ऐसे 'अधिरोपण' के विरोधियों (उन देशों के अपने तौर-तरीकों के लिए समादर होने के (कारण) के बीच एक बढ़ता हुआ, विचित्र रूप से भ्रांत द्विभाजन बन गया है। किंतु, इन दोनों ही पक्षों के द्वारा प्रयुक्त 'अधिरोपण' की पूरी भाषा असाधारण रूप से असंगत है, क्योंकि इससे यह अस्पष्ट धारणा बनती है। कि लोकतंत्र अनन्य रूप से पश्चिमी देशों से ही सम्बन्ध रखता है, यह मानते हुए, कि यह सर्वोत्कृष्टता से 'पश्चिमी' विचार है जो केवल पश्चिम में ही जन्मा और फला-फूला।किंतु इस अभिधारणा को, और इससे विश्व में लोकतांत्रिक प्रथा की सम्भावना के बारे में जनित निराशावाद को औचित्यपूर्ण ठहराना बहुत कठिन होगा। प्राचीन भारत में स्थानीय लोकतंत्र के अनेक प्रयोग किए गए हैं। सचमुच, विश्व में लोकतंत्र की जड़ों को समझने के लिए हमें विश्व के विभिन्न भागों में हुई जन सहभागिता और लोक-विवेचन के इतिहास में रुचि लेनी होगी। यूरोपीय और अमेरिकी क्रमविकास के आधार पर हमें मात्र लोकतंत्र के विचारण के परे देखना होगा। यदि हम लोकतंत्र को पश्चिम का एक प्रकार का विशेषीकृत सांस्कृतिक उत्पाद मान लें, तो अरस्तू दूरगामी अंतर्दृष्टि के साथ सहभागी जीवन की जिन व्यापक माँगों के विषय में बात की थी, उन्हें समझने में हम असफल हो जाएँगे।वास्तव में इस पर संदेह नहीं किया जा सकता कि लोकतंत्र की समकालीन प्रथा का सांस्थानिक ढाँचा अधिकांश रूप में यूरोप और अमेरिका के गत कुछ शताब्दियों में हुए अनुभवों की देन है। इसे पहचानना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि सांस्थानिक प्ररूपों में ये विकास अत्यधिक नवपरिवर्तनशील और अंततः प्रभावी हुए। इसमें कोई संशय नहीं हो सकता कि यहाँ एक प्रमुख 'पश्चिमी' उपलब्धि है।)With reference to the passage, the following assumptions have been made: (परिच्छेद के संदर्भ में, निम्नलिखित धारणाएँ बनाई गई हैं:)Many of the non-Western countries are unable to have democracy because they take democracy to be a specialized cultural product of the West. (अनेक गैर-पश्चिमी देश लोकतंत्र लाने में असफल रहे हैं, क्योंकि वे लोकतंत्र को पश्चिम का विशिष्ट सांस्कृतिक उत्पाद होने के रूप में देखते हैं।)Western countries are always trying to impose democracy on non-Western countries. (पश्चिमी देश हमेशा ग़ैर-पश्चिमी देशों पर लोकतंत्र अधिरोपित करने का प्रयास करते हैं।)Which of the above is/are valid assumption/assumptions? (कौन-सी उपर्युक्त धारणा / धारणाएँ वैध है/हैं?) 1 only (केवल 1) 2 only (केवल 2) Both 1 and 2 (1 और 2 दोनों) Neither 1 nor 2 (न तो 1 न ही 2) Correct Answer is: Neither 1 nor 2 (न तो 1 न ही 2)Explanation: Statement 1 is incorrect. Statement 2 is also incorrect because it can be inferred from the first paragraph that sometimes western nations are trying to impose democracy on non-western nations but it cannot be inferred that western countries are always trying to impose democracy on non-western. 10 / 10 10. Passage (परिच्छेद)The subject of democracy has become severely muddled because of the way the rhetoric surrounding it has been used in recent years. There is, increasingly, an oddly confused dichotomy between those who want to 'impose' democracy on countries in the non-Western world (in these countries 'own interest', of course) and those who are opposed to such 'imposition' (because of the respect for the countries own ways). But the entire language of 'imposition', used by both sides, is extraordinarily inappropriate since it makes the implicit assumption that democracy belongs exclusively to the West, taking it to be a quintessentially 'Western' idea which has originated and flourished only in the West.But the thesis and the pessimism it generates about the possibility of democratic practice in the world would be extremely hard to justify. There were several experiments in local democracy in ancient India. Indeed, in understanding the roots of democracy in the world, we have to take an interest in the history of people participation and public reasoning in different parts of the world. We have to look beyond thinking of democracy only in terms of European and American evolution. We would fail to understand the pervasive demands for participatory living, on which Aristotle spoke with far-reaching insight, if we take democracy to be a kind of a specialized cultural product of the West.It cannot, of course, be doubted that the institutional structure of the contemporary practice of democracy is largely the product of European and American experience over the last few centuries. This is extremely important to recognize since these developments in institutional formats were immensely innovative and ultimately effective. There can be little doubt that there is a major 'Western' achievement here.(हाल के वर्षों में, लोकतंत्र के विषय को लेकर उसके आस-पास जिस प्रकार से शब्दाडंबर प्रयुक्त हुए हैं, उसके फलस्वरूप यह विषय अत्यंत संभ्रमपूर्ण हो गया है। ग़ैर-पश्चिमी विश्व के देशों पर लोकतंत्र 'अधिरोपित' करने के समर्थकों (वस्तुतः इन देशों के 'स्वहित' में ही), और ऐसे 'अधिरोपण' के विरोधियों (उन देशों के अपने तौर-तरीकों के लिए समादर होने के (कारण) के बीच एक बढ़ता हुआ, विचित्र रूप से भ्रांत द्विभाजन बन गया है। किंतु, इन दोनों ही पक्षों के द्वारा प्रयुक्त 'अधिरोपण' की पूरी भाषा असाधारण रूप से असंगत है, क्योंकि इससे यह अस्पष्ट धारणा बनती है। कि लोकतंत्र अनन्य रूप से पश्चिमी देशों से ही सम्बन्ध रखता है, यह मानते हुए, कि यह सर्वोत्कृष्टता से 'पश्चिमी' विचार है जो केवल पश्चिम में ही जन्मा और फला-फूला।किंतु इस अभिधारणा को, और इससे विश्व में लोकतांत्रिक प्रथा की सम्भावना के बारे में जनित निराशावाद को औचित्यपूर्ण ठहराना बहुत कठिन होगा। प्राचीन भारत में स्थानीय लोकतंत्र के अनेक प्रयोग किए गए हैं। सचमुच, विश्व में लोकतंत्र की जड़ों को समझने के लिए हमें विश्व के विभिन्न भागों में हुई जन सहभागिता और लोक-विवेचन के इतिहास में रुचि लेनी होगी। यूरोपीय और अमेरिकी क्रमविकास के आधार पर हमें मात्र लोकतंत्र के विचारण के परे देखना होगा। यदि हम लोकतंत्र को पश्चिम का एक प्रकार का विशेषीकृत सांस्कृतिक उत्पाद मान लें, तो अरस्तू दूरगामी अंतर्दृष्टि के साथ सहभागी जीवन की जिन व्यापक माँगों के विषय में बात की थी, उन्हें समझने में हम असफल हो जाएँगे।वास्तव में इस पर संदेह नहीं किया जा सकता कि लोकतंत्र की समकालीन प्रथा का सांस्थानिक ढाँचा अधिकांश रूप में यूरोप और अमेरिका के गत कुछ शताब्दियों में हुए अनुभवों की देन है। इसे पहचानना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि सांस्थानिक प्ररूपों में ये विकास अत्यधिक नवपरिवर्तनशील और अंततः प्रभावी हुए। इसमें कोई संशय नहीं हो सकता कि यहाँ एक प्रमुख 'पश्चिमी' उपलब्धि है।)Which of the following is closest to the view of democracy as mentioned in the above passage? (उपर्युक्त परिच्छेद में यथा उल्लिखित, निम्नलिखित में से कौन-सा लोकतंत्र के दृष्टिकोण के सर्वाधिक निकट है?) The subject of democracy is a muddle due to a desire to portray it as a Western concept, 'alien' to non-Western countries. (लोकतंत्र का विषय, इसे ग़ैर-पश्चिमी देशों के लिए 'अन्यदेशीय', पश्चिमी अवधारणा के रूप में चित्रित करने की इच्छा के कारण संभ्रमपूर्ण है।) The language of imposition of democracy is inappropriate. There is, however, a need to consider this concept in the backdrop of culture of 'own ways' of non-Western society. (लोकतंत्र के अधिरोपण की भाषा अनुपयुक्त है । तथापि, इस अवधारणा पर ग़ैर-पश्चिमी समाज के 'अपने तौर-तरीकों' के सांस्कृतिक पृष्ठपट पर विचार करने की आवश्यकता है।) While democracy is not essentially a Western idea belonging exclusively to the West, the institutional structure of current democratic practices has been their contribution. (यद्यपि लोकतंत्र अनन्य रूप से पश्चिम से जुड़ा, मूलतः पश्चिमी विचार नहीं है, फिर भी, प्रचलित लोकतांत्रिक प्रथाओं की संस्थागत संरचना उन्हीं का योगदान है।) None of the statements (a), (b) and (c) given above is correct. (उपर्युक्त (a), (b) और (c) में से कोई भी कथन सही नहीं है।) Correct Answer is: "While democracy is not essentially a Western idea belonging exclusively to the West, the institutional structure of current democratic practices has been their contribution. (यद्यपि लोकतंत्र अनन्य रूप से पश्चिम से जुड़ा, मूलतः पश्चिमी विचार नहीं है, फिर भी, प्रचलित लोकतांत्रिक प्रथाओं की संस्थागत संरचना उन्हीं का योगदान है।)"Explanation: This is quite clear from the passage. In the passage, it is given that "It cannot, of course, be doubted that the institutional structure of the contemporary practice of democracy is largely the product of European and American experience over the last few centuries." Your score isThe average score is 60% LinkedIn Facebook 0% Restart quiz Send feedback
CSAT Quiz-1 March 3, 2024March 2, 2024 by iaspcsprep CSAT Quiz-1 1 / 10 1. Three persons start walking together and their steps measure 40 cm, 42 cm, and 45 cm respectively. What is the minimum distance each should walk so that each can cover the same distance in complete steps? (तीन व्यक्ति एक साथ टहलना आरंभ करते हैं तथा उनके कदमों के माप क्रमशः 40 cm, 42 cm तथा 45 cm हैं । प्रत्येक व्यक्ति कितनी न्यूनतम दूरी तक चले ताकि प्रत्येक व्यक्ति समान दूरी को पूर्ण चरणों में पूरा कर ले?) 25 m 20 cm 50 m 40 cm 75 m 60 cm 100 m 80 cm [pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-1.pdf" title="Answer 1"] 2 / 10 2. Given that, (मान लीजिए)A is the brother of B. (A, B का भाई है।)C is the father of A. (C, A का पिता है।)D is the brother of E. (D, E का भाई है।)E is the daughter of B. (E, B की पुत्री हैं।)Then, the uncle of D is (तो D का चाचा कौन है?) A B C E [pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-2.pdf" title="Answer 2"] 3 / 10 3. Passage (परिच्छेद)The conflict between man and State is as old as State history. Although attempts have been made for centuries to bring about a proper adjustment between the competing claims of State and the individual, the solution seems to be still far off. This is primarily because of the dynamic nature of human society where old values and ideas constantly yield place to new ones. It is obvious that if individuals are allowed to have absolute freedom of speech and action, the result would be chaos, ruin, and anarchy.The author's viewpoint can be best summed up in which of the following statements?(मानव एवं राज्य के मध्य संघर्ष उतना ही पुराना है जितना कि राज्य का इतिहास । यद्यपि सदियों से राज्य एवं व्यक्ति के प्रतिस्पर्धी दावों के बीच तालमेल बनाने के प्रयास हुए हैं, किन्तु समाधान अभी भी दूर प्रतीत होता है । यह मुख्यत: इसलिए है क्योंकि मानव समाज की प्रकृति गतिशील है जिसमें पुराने मूल्यों और विचारों ने निरन्तर नए मूल्यों और विचारों को स्थान दिया है । यह स्पष्ट है कि यदि व्यक्तियों को बोलने और कार्य करने की निरपेक्ष स्वतन्त्रता दे दी गई, तो उसका परिणाम अव्यवस्था, विनाश एवं अराजकता में हो सकता है ।निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक, लेखक के दृष्टिकोण का सर्वोत्तम सारांश प्रस्तुत करता है?) The conflict between the claims of State and individual remains unresolved. (राज्य और व्यक्ति के दावों के बीच संघर्ष अनसुलझा बना रहता है।) Anarchy and chaos are the obvious results of democratic traditions. (अराजकता और अव्यवस्था लोकतांत्रिक परम्पराओं के स्वाभाविक परिणाम हैं।) Old values, ideas, and traditions persist despite the dynamic nature of human society. (मानव समाज की गतिशील प्रकृति के बावजूद प्राचीन मूल्य, विचार और परम्पराएँ बनी रहती हैं।) Constitutional guarantee of freedom of speech is not in the interest of society. (वाक् स्वातंत्र्य (फ्रीडम ऑफ स्पीच) की संवैधानिक गारंटी समाज के हित में नहीं है।) Correct Answer is - "The conflict between the claims of State and individual remains unresolved. (राज्य और व्यक्ति के दावों के बीच संघर्ष अनसुलझा बना रहता है।)" because in the passage it is given that the conflict between man and State is as old as State history and the solution seems to be still far off. 4 / 10 4. The sum of the ages of 5 members comprising a family, 3 years ago was 80 years. The average age of the family today is the same as it was 3 years ago, because of an addition of a baby during the intervening period. How old is the baby? (5 सदस्यों वाले परिवार में 3 वर्ष पूर्व सभी सदस्यों की आयु का योग 80 वर्ष था। इस परिवार की 3 वर्ष पूर्व जो औसत आयु थी, आज भी वही है क्योंकि अन्तःस्थ अवधि में परिवार में एक शिशु की वृद्धि हुई। शिशु की आयु क्या है?) 6 months (6 माह) 1 year (1 वर्ष) 2 years (2 वर्ष) 2 years and 6 months (2 वर्ष तथा 6 माह) [pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-4.pdf" title="Answer 4"] 5 / 10 5. A clock strikes once at 1 o'clock, twice at 2 o'clock and thrice at 3 o'clock, and so on. If it takes 12 seconds to strike at 5 o'clock, what is the time taken by it to strike at 10 o'clock? (एक घड़ी 1 बजे एक बार बजती है, 2 बजे दो बार और 3 बजे तीन बार बजती है तथा इसी प्रकार आगे इसका बजना जारी रहता है। यदि 5 बजे इसको बजने में 12 सेकंड लगते हैं, तो 10 बजे इसे बजने में कितना समय लगेगा?) 20 seconds (20 सेकंड) 24 seconds (24 सेकंड) 28 seconds (28 सेकंड) 30 seconds (30 सेकंड) [pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-5.pdf" title="Answer 5"] 6 / 10 6. Passage (परिच्छेद)Today, the top environmental challenge is a combination of people and their aspirations. If the aspirations are more like the frugal ones we had after the Second World War, a lot more is possible than if we view the planet as a giant shopping mall. We need to get beyond the fascination with glitter and understand that the planet works as a biological system.Which of the following is the most crucial and logical inference that can be made from the above passage?(आज शीर्ष पर्यावरणीय चुनौती जन तथा इनकी आकांक्षाओं का समुच्चय है। यदि आकांक्षाएँ द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद की किफायती प्रकार की हों, तब बहुत अधिक संभावनाएँ बनती हैं, उस दृष्टिकोण की तुलना में जो पृथ्वी को एक विशालकाय शॉपिंग मॉल की भाँति देखता है। हमें चमक-दमक के आकर्षण के परे जाना चाहिए तथा यह समझना चाहिए कि पृथ्वी एक जैविक तंत्र की भाँति कार्य करती है।उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक निर्णायक और तार्किक निष्कर्ष ( इंफेरेंस) निकाला जा सकता है?) The Earth can meet only the basic needs of humans for food, clothing and shelter. (पृथ्वी मानव की खाद्य, वस्त्र तथा आश्रय की केवल आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकती है।) The only way to meet environmental challenge is to limit human population. (पर्यावरणीय चुनौती का सामना करने का एकमेव मार्ग जनसंख्या को सीमित करना है।) Reducing our consumerism is very much in our own interest. (हमारे लिए उपभोक्तावाद को कम करना अपने ही हित में है।) Knowledge of biological systems can only help us save this planet. (केवल जैविक तंत्रों का ज्ञान ही हमें पृथ्वी को बचाने में सहायक है।) Correct Answer is - "Reducing our consumerism is very much in our own interest. (हमारे लिए उपभोक्तावाद को कम करना अपने ही हित में है।)" because the passage focuses on that we need to get beyond the go beyond the fascination with glitter. 7 / 10 7. In a tournament of Chess having 150 entrants, a player is eliminated whenever he loses a match. It is given that no match results in a tie/draw. How many matches are played in the entire tournament? (150 प्रतियोगियों वाली किसी शतरंज टूर्नामेंट में जब-जब कोई खिलाड़ी बाजी हारता है, उसे बाहर कर दिया जाता है। यह निश्चित किया गया है कि कोई भी बाजी बराबरी (टाई/ड्रॉ) पर निर्णीत नहीं होगी। इस पूरे टूर्नामेंट में कितनी बाजियाँ खेली गईं?) 151 150 149 148 [pdf-embedder url="https://www.iaspcsprep.com/wp-content/uploads/2024/03/Answer-7.pdf" title="Answer 7"] 8 / 10 8. Based on the following statements, which is the correct conclusion drawn. (निम्नलिखित कथनों के आधार पर, कौन सा सही निष्कर्ष निकाला गया है।)Only gentlemen can become members of the club. (केवल सज्जन व्यक्ति ही क्लब के सदस्य बन सकते हैं।)Many of the members of the club are officers. (क्लब के कई सदस्य अधिकारी हैं।)Some of the officers have been invited for dinner. (कुछ अधिकारियों को रात्रि भोज पर आमंत्रित किया गया है।) All the members of the club have been invited for dinner. (क्लब के सभी सदस्यों को रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया गया है।) Some of the officers are not gentlemen. (कुछ अधिकारी सज्जन नहीं हैं।) All gentlemen are members of the club. (सभी सज्जन क्लब के सदस्य हैं।) Only gentlemen have been invited for dinner. (रात्रिभोज के लिए केवल सज्जनों को आमंत्रित किया गया है।) Explanation - According to the statement, "Only gentlemen can become members of the club and many members of the club are officers and officers have been invited for the dinner". Therefore, officers are gentlemen. Hence, this concludes that gentlemen have been invited for dinner. 9 / 10 9. How many times are an hour hand and a minute hand of a clock at right angles during their motion from 1.00 p.m. to 10.00 p.m.? (अपराह्न 1 बजे से रात्रि 10 बजे तक चलते हुए एक घड़ी की घंटे की सूई तथा मिनट की सूई कितनी बार समकोणों पर स्थित होंगी?) 9 10 18 20 Solution: In one hour, the hour hand and minute hand are at right angles 2 times.The duration from 1:00 pm to 10:00 pm is 9 hours.So, the Number of times, when both hands are perpendicular to each other in 9 hour = 9 × 2 = 18 10 / 10 10. Passage (परिच्छेद)With respect to what are called denominations of religion, if everyone is left to be a judge of his own religion, there is no such thing as religion that is wrong; but if they are to be a judge of each other's religion, there is no such thing as a religion that is right, and therefore all the world is right or all the world is wrong in the matter of religion.What is the most logical assumption that can be made from the passage given above?(तथाकथित धार्मिक संप्रदायों के संबंध में, यदि प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म का आकलन करने के लिए कहा जाए, तो धर्म के रूप में ऐसी कोई बात नहीं होगी जो ग़लत हो; किंतु यदि वे एक-दूसरे के धर्म का आकलन करते हैं, तो धर्म के रूप में ऐसी कोई बात नहीं होगी जो सही हो, और इसलिए धर्म के संदर्भ में, संपूर्ण विश्व सही है या संपूर्ण विश्व ग़लत है ।उपर्युक्त परिच्छेद के आधार पर, सर्वाधिक तर्कसंगत पूर्वधारणा कौन-सी हो सकती है?) No man can live without adhering to some religious denomination. (कोई भी व्यक्ति किसी धार्मिक संप्रदाय का अनुयायी बने बिना जीवन व्यतीत नहीं कर सकता।) It is the duty of everyone to propagate one's religious denomination. (प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अपने धार्मिक संप्रदाय का प्रसार करे।) Religious denominations tend to ignore the unity of man. (धार्मिक संप्रदायों में मनुष्य की एकता की उपेक्षा करने की प्रवृत्ति होती है।) Men do not understand their own religious denomination. (लोग अपने धार्मिक संप्रदाय को नहीं समझते हैं।) Correct Answer is - "Religious denominations tend to ignore the unity of man. (धार्मिक संप्रदायों में मनुष्य की एकता की उपेक्षा करने की प्रवृत्ति होती है।)" because the passage says, “if they are to be a judge of each other’s religion, there is no such thing as a religion that is right”. Your score isThe average score is 0% LinkedIn Facebook 0% Restart quiz Exit Send feedback